Friday, February 28, 2020

Best Motivational Story in Hindi - जीने की कला

              जीवन का कोई भी पल आपको जीना सीखा सकता है 




Hindi Motivational story

                                  परिवर्तन 

Best Motivational Story in Hindi - जीने की कला - हेलो दोस्तों सवागत है हमारे ब्लॉग पर। आज की कहानी हम सबको हर वर्गे के वयक्ति को कुछ न कुछ सिखाएगी। Best Motivational Story in Hindi - जीने की कला इस कहानी से आपको बहुत करीब से ये सीखने को मिलेगा के आपको जीवन के फ़ैसले कैसे कब और किस तरह से लेने चाहिए। अगर आपको ये लगता है के आप बहुत ही धार्मिक व निष्ठावान व्यक्ति हैं तो आप किसी भी आयु में जाकर कैसे गलती कर सकते है, इस बात से भी चिता रही है Best Motivational Story in Hindi - जीने की कला हमारी आज की कहानी। तो चलिए जयादा वक़्त जाया न करते हुए शुरू करते है आज की हमारी कहानी Best Motivational Story in Hindi - जीने की कला

                                                             परिवर्तन 





short motivational story in Hindi
राजे का फरमान 



 एक राजा को राज भोगते हुए काफी समय हो गया था । बाल भी सफ़ेद होने लगे थे । एक दिन उसने अपने दरबार में एक उत्सव रखा और अपने गुरुदेव एवं मित्र देश के राजाओं को भी सादर आमन्त्रित किया । उत्सव को रोचक बनाने के लिए राज्य की सुप्रसिद्ध नर्तकी को भी बुलाया गया ।




 राजा ने कुछ स्वर्ण मुद्रायें अपने गुरु जी को भी दीं, ताकि यदि वे चाहें तो नर्तकी के अच्छे गीत व नृत्य पर वे उसे पुरस्कृत कर सकें । सारी रात नृत्य चलता रहा । ब्रह्म मुहूर्त की बेला आयी । नर्तकी ने देखा कि मेरा तबले वाला ऊँघ रहा है, उसको जगाने के लिए नर्तकी ने एक दोहा पढ़ा -




"बहु बीती, थोड़ी रही, पल पल गयी बिताय।एक पलक के कारने, क्यों कलंक लग जाय ।"





 अब इस दोहे का अलग-अलग व्यक्तियों ने अपने अनुरुप अलग-अलग अर्थ निकाला । तबले वाला सतर्क होकर बजाने लगा ।

Wednesday, February 26, 2020

बुद्ध भिक्षु ने कुछ ऐसे सीखा - Short Story in Hindi

कभी कभी हमें जो दीखता है वैसा होता नहीं ऐसे ही कुछ बता रही है ये कहानी 



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                                      भिक्षुक


बुद्ध भिक्षु ने कुछ ऐसे सीखा - Short Story in Hindi - हेलो दोस्तों स्वगत है आपका हमरे ब्लॉग पर। आज हम आपके लिए एक बुद्ध भिक्षु की कहानी लेकर आये है जो के आपको सिक्के के दोनों हिस्से देखना सिखाएगी। बुद्ध भिक्षु ने कुछ ऐसे सीखा - Short Story in Hindi इस कहानी में हम जब भी कोई कार्य करते है तब हम भगवन पर निर्भर होते है पर कभी भगवन का इशारा समझने मैं समर्थ नहीं होते, इसलिए ये कहानी आपको इशारा समझने का एक अवसर देगी। तो चलिए दोस्तों सुरु करते है हम आज की हमारी ये कहानी बुद्ध भिक्षु ने कुछ ऐसे सीखा - Short Story in Hindi ।



                                                  शेर लोमड़ी और भिक्षुक





 एक बौद्ध भिक्षु भोजन बनाने के लिए जंगल से लकड़ियां चुन रहा था कि तभी उसने कुछ अनोखा द्रिश्य देखा। कितना अजीब है यह 'उसने बिना पैरों की लोमड़ी को देखते हुए मन ही मन सोचा'। आखिर इस हालात में यह जिंदा कैसे है ? उसे आश्चर्य हुआ और ऊपर से यह बिल्कुल स्वस्थ है।



बौद्ध भिक्षु और शेर ki kahani
बौद्ध भिक्षु और शेर


 वह अपने ख्यालों में खोया हुआ था कि अचानक चारों तरफ अफरा-तफरी मचने लगी जंगल का राजा शेर उस तरफ आ रहा था। भिक्षुक तेजी दिखाते हुए एक ऊंचे पेड़ पर चढ़ गया और वहीं से सब कुछ देखने लगा। शेर ने एक हिरण का शिकार किया था और उसे अपने जबड़े में दबाकर लोमड़ी की तरफ बढ़ रहा था और शेर ने लोमड़ी पर हमला नहीं किया बल्कि उसे भी खाने के लिए मास के कुछ टुकड़े डाल दिए।


Wednesday, February 19, 2020

आचरण कैसा हो ये बताती है ये कहानी - Motivational Story in Hindi

                      आचरण और व्यवहार कैसे पता लगाएं ?



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                         आचरण 


आचरण कैसा हो ये बताती है ये कहानी - Motivational Story in Hindi -  हेलो दोस्तों स्वागत है आपका अपने ब्लॉग पर। दोस्तों आज की हमारी कहानी हमें प्रेरित करती है और हमारी जिंदगी के मूल सिद्धांत को सिखाती है इस लिए आज की कहानी का हमने नाम दिया है आचरण कैसा हो ये बताती है ये कहानी - Motivational Story in Hindi। आचरण से हमारे व्यवहार क्क पता चलता है। आचरण कैसा हो ये बताती है ये कहानी - Motivational Story in Hindi के जरिये आप भी अपने बच्चों मई ऐसे गुण ढूंढे। अगर आप सही से इस कहानी के मापदंड को समझेंगे तो आप भी पुनः अपने अबछो मई आचरण व व्यवहार को स्थापित कर पायेंगे। तो चलिए दोस्तों शुरू करैत आज की हमारी आचरण कैसा हो ये बताती है ये कहानी - Motivational Story in Hindi




                                                  मनुष्य का स्वभाव 


आचरण कैसा हो ये बताती है ये कहानी - Motivational Story in Hindi 


राजे के तीन पुत्र ki kahani in Hindi
राजे के तीन पुत्र 




पुराने जमाने की बात है। एक राजा था उसके तीन पुत्र थे। राजा अपने तीनों पुत्रों को बहुत ज्यादा चाहता था। लेकिन उनके भविष्य को लेकर वह हमेशा चिंतित भी रहता था। एक दिन राजा अपने तीनों पुत्रों के साथ नगर भ्रमण के लिए निकला।



तेजस्वी महात्मा ki story in Hindi
तेजस्वी महात्मा


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Tuesday, February 18, 2020

ऐसी सफलता भी किस काम की - Sachi Kahani

 सफलता भी एअक नशा है जो कभी - कभी अहंकार ले आता है और सब कुछ छीन ले जाता है



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                                   सफलता



ऐसी सफलता भी किस काम की - Sachi Kahani - हेलो दोस्तों स्वागत है आपका अपने ब्लॉग पर। दोस्तों हम अपनी ज़िंदगी की भाग दौड में हम इतने व्यस्थ होकर सिर्फ एक चीज़ के लिए भाग रहें है वो है सफलता उसी एक का अंग लेकर आ रही है ये आज की हमारी ऐसी सफलता भी किस काम की - Sachi Kahani। दोस्तों सफलता एक नशा है और जब ये सर में चढ़ जाये तो तब वह सब तबाह क्र देता है यही बात बता रही है आजकी ये ऐसी सफलता भी किस काम की - Sachi Kahani। सफलता जरूरी है और उसके लिए कठिन प्रकिष्म भी जरूरी है पर नहीं जरूरी तो वह है अहम और अहम के एक हिस्से को दर्शाती है आज की हमारी ये आजकी ऐसी सफलता भी किस काम की - Sachi Kahani। चलो दोस्तों सिखाते है आज कुछ नया हम इस कहानी से ऐसी सफलता भी किस काम की - Sachi कहानी


                                                     सफलता का नशा


 छात्र  ki sachi kahani in Hindi
 छात्र 


ऐसी सफलता भी किस काम की - Sachi Kahani 


 किसी आश्रम में अनेक छात्र रहते थे। उनमें से एक छात्र को अपनी बुद्धि पर काफी अभिमान हो गया था। एक दिन गुरु ने उसे एक कथा सुनाई। गुरु जी ने कहा घने जंगल में एक बकरी रहती थी। वह अपने को काफी चतुर मानती थी।

बकरी ki kahani in Hindi
बकरी

                         

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Sunday, February 16, 2020

हाथी और छह अंधे बंदे - Short Stories in Hindi

हमारे बचपन की कहानी हाथी और छह अंधे बंदे की जो सबने सुनी होगी 



Hindi mai short story
हाथी


हाथी और छह अंधे बंदे - Short Stories in Hindi - हेलो दोस्तों स्वागत है आपका आज के ब्लॉग पर। आज की जो हमारी कहनी इसको तक़रीबन आपने अपने बचपन में सब ने सुना होगा नाम है कहानी का - हाथी और छह अंधे बंदे - Short Stories in Hindi । इस कहानी का मकसद है के हम सब अपनी अपनी बात करते पर सब एक दूसरी की बात को समझते नहीं और इस कहानी में हमें यही पता चल रहा है इन हाथी और छह अंधे बंदे - Short Stories in Hindi से। हाथी और छह अंधे बंदे - Short Stories in Hindi की कहानी अक्सर साणे सुनी है तो चलें दोस्तों शुरु करते है आजके ब्लॉग को।


                                                   हाथी और छह अंधे बंदे 


छह अंधे बंदे ki short story

                  छह अंधे बंदे 




                                       हाथी और छह अंधे बंदे - Short Stories in Hindi 


 बहुत समय पहले की बात है। किसी गांव में 6 आदमी रहते थे। एक दिन गांव वालों ने उन्हें बताया अरे आज गांव में हाथी आया है। उन्होंने आज तक बस हाथियों के बारे में सुना था पर कभी छूकर महसूस नहीं किया था। उन्होंने निश्चय किया भले ही हम हाथी को देख नहीं सकते पर आज हम सब चलकर उसे महसूस तो कर ही सकते हैं ना और फिर वह सब उस जगह की तरफ बढ़ चले जहाँ हाथी आया हुआ था।



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बंदर और सुबरी - Short Stories in Hindi

           बंदर ने एक चिड़िया को आखिर कार सिखाया सबक 



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सुबरी चिड़िया 


बंदर और सुबरी - Short Stories in Hindi -   हेलो दोस्तों स्वागत है आपका अपने ब्लॉग पर। आज की हमारी कहानी है बंदर और सुबरी - Short Stories in Hindi की । दोस्तों होता क्या है के जब हमारे पास सब कुछ होता है और हम निर्धन को देखते है तो तकरीबन हम कभी उसकी मजबूरी को समझ नहीं पाते और कभी हमारे पास जो होता है तो उसका दिखावा करते है उसी को दिखाती है आज की ये कहानी बंदर और सुबरी - Short Stories in Hindi । आज की बंदर और सुबरी - Short Stories in Hindi से हमें ये सिखने को जरूर मिलेगा के किसी को भी जरूरत से ज्यादा तंग करना भी गलत हो सकता है। तो आइए शुरु करते है आज की कहानी बंदर और सुबरी - Short Stories in Hindi ।

                                                       बंदर और सुबरी



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 सुंदरवन


 सुंदरवन में ठंड दशक दस्तक दे रही थी। सभी जानवर आने वाली कठिन मौसम के लिए तैयारी करने में लगे हुए थे। सुबरी चिड़िया भी उनमें से एक थी हर साल की तरह उसने अपने लिए एक शानदार घोंसला तैयार किया था और अचानक होने वाली बारिश और ठंड से बचने के लिए उसे चारों तरफ से घास फूस से ढक दिया था।



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खुद की मदद करना सीखो - Moral Stories in Hindi

मौका के रूप में भगवान ही आता है बस हमें पहचान करनी नहीं आती 

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साधु 


खुद की मदद करना सीखो - Moral Stories in Hindi - हेलो दोस्तों स्वागत है आपका अपने ब्लॉग पर। दोस्तों तकरीबन हम सबकी मद्दद करने में लगे रहते है पर खुद की मदद नहीं कर पाते पर इसी बात का सबक सिखाती जय हमारी आज की यह खुद की मदद करना सीखो - Moral Stories in Hindi। दोस्तों हम औरों पर आशा रखते के भगवान या कोई हमारी और मदद करें पर उसके दिए अवसरों को नहीं पहचान नहीं पाते पर अवसरों की पहचान को बताती है ये खुद की मदद करना सीखो - Moral Stories in Hindi । हिंदी में कहते है जिसने मोके को खो दिया उसने सब कुछ खो दिया इसी बात की पुष्टि करती है आज की हमारी कहानी खुद की मदद करना सीखो - Moral Stories in Hindi । तो चलिए दोस्तों शुरु करते है आज की कहानी खुद की मदद करना सीखो - Moral Stories in Hindi ।



                                                       भगवान बचाएगा

खुद की मदद करना सीखो - Moral Stories in Hindi 



Short Moral stories in Hindi
 गांव


एक समय की बात है। किसी गांव में एक साधु रहता था। वह भगवान का बहुत बड़ा भक्त था और निरंतर एक पेड़ के नीचे बैठकर तपस्या किया करता था। उसका भगवान पर अटूट विश्वास था और गांव वाले भी उसकी इज्जत करते थे।



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Saturday, February 15, 2020

बड़ा सोचो - Motivational Story in Hindi

   तुम्हारी सोच ही तुम्हारा भविष्य तय करती है इस लिए बड़ा सोचो 



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 बड़ा सोचो



     बड़ा सोचो - Motivational Story in Hindi - हेलो दोस्तों सवागत है आपका हमारे ब्लॉग पर।  दोस्तों हमारी सोच ही हमारा भयिष्य तय करता और इसी बात को पुख्ता करने के लिए ही आजकी हमारी ये कहानी बड़ा सोचो - Motivational Story in Hindi। हम लोग ज्यादातर नकरात्मक द्रिष्टी कोण में फसे होते है और हम सकरत्मक सोच की और बढ़ ही नहीं पाते तो हम बड़ा कैसे सोच सकते है पर आपको Motivate और सकरत्मक द्रिष्टी देती है आज की हमारी ये कहानी बड़ा सोचो - Motivational Story in Hindi। बड़ा सोचो - Motivational Story in Hindi के जरिये आप सकरत्मक और छोटी सोच से बड़ी सोच की और आगे बढ़ सकते है। तो आया सुरु करते है आज का हमारा ब्लॉग बड़ा सोचो - Motivational Story in Hindi । 

                                                             

                                                           बड़ा सोचो

बड़ा सोचो - Motivational Story in Hindi 


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नौकरी की तलाश




अत्यंत गरीब परिवार के एक बेरोजगार युवक नौकरी की तलाश में किसी दूसरे शहर जाने के लिए रेलगाड़ी से सफर कर रहा था। घर में कभी - कभार ही सब्जी बनती थी। इसलिए उसने रास्ते में खाने के लिए सिर्फ रोटियां ही रखी थी। आधा रास्ता गुजर जाने के बाद उसे भूख लगने लगी और वह टिफन में से रोटियां निकाल कर खाने लगा।


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लड़के का खाने का तरीका



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Friday, February 14, 2020

कमजोर वस्तु के गुण - Moral Stories in Hindi

कमजोर व्यक्ति में भी खूबियां होती है बस पेहचान करने वाला होना चाहिए 



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एक किसान


कमजोर वस्तु के गुण - Moral Stories in Hindi - हेलो दोस्तों स्वगत है आपका अपने ब्लॉग पर। हर व्यक्ति के भीतर, हर चीज के भीतर गुण होते है, चाहे वो ताकतवर हो , कमजोर हो या कैसा भी व्यक्ति हो। हम सिर्फ ऊपर की और देखते ही यानि सिर्फ ताकतवर की और पर कमजोर चीजों में भी कुछ करने का जज्बा होता है यही बात कर रही है ये कहानी कमजोर वस्तु के गुण - Moral Stories in Hindi। दोस्तों मिलके आज हम एक ढृढ़ संकल्प करें के हम अपने से कमजोर को अच्छे के लिए प्रोःस्ताहित करेंगे और ये कमजोर वस्तु के गुण - Moral Stories in Hindi की कहानी आपको यह ही कह रही है । तो आओ दोस्तों शुरु करते है आज की हमारी कहानी कमजोर वस्तु के गुण - Moral Stories in Hindi


क्या सच में भगवान है धरती पर ? - Sachi Kahani

                                                 

कमजोर वस्तु के गुण - Moral Stories in Hindi 


बहुत समय पहले की बात है। किसी गांव में एक किसान रहता था । वह हर रोज भोर में उठकर दूर झरनों से स्वच्छ पानी लेने जाया करता था । इस काम के लिए वह अपने साथ दो घड़े बड़े ले जाता था । जिन्हें वह में डंडे से बांधकर अपने कंधों पर दोनों और लटका ले लेता था ।




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क्या सच में भगवान है धरती पर ? - Sachi Kahani


          जब एक नाई ने कहा क्या आपने कभी भगवन को देखा है 









क्या सच में भगवान है धरती पर ? - Sachi Kahani - हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर । दुनियां का आज भी सबसे बड़ा सवाल है के क्या सच में भगवान है धरती पर ? - Sachi Kahani । दोस्तों आज हम इसी सवाल का जवाब लेकर आएं है । दुनियां चाहे आज कही भी पहुँच गयी हो पर फिर भी आज भी दुनियां में बहुत से लोगो के मन एक ही सवाल है के क्या सच में भगवान है धरती पर ? - Sachi Kahani । भगवान को मानना न मानना आपकी आस्था आप किस माहौल में पले बड़े हुए है या ये आपका एक अपना फैंसला है पर हमारी क्या सच में भगवान है धरती पर ? - Sachi Kahani के माध्यम से हम सिर्फ एक आप तक एक सकरत्मक विचार लेकर आएं है ।  तो आओ दोस्तों मिलकर पता करते है के क्या सच में भगवान है धरती पर ? - Sachi Kahani ।




                                                    कहां है भगवान?


क्या सच में भगवान है धरती पर ? - Sachi Kahani 


 एक आदमी हमेशा की तरह अपने नाई की दुकान पर बाल कटवाने गया । बाल कटाते वक्त अक्सर देश दुनिया की बातें हुआ करती थी। आज भी वैसी ही वो राजनीति और खेल जगत इत्यादि के बारे में बात कर रहे थे कि अचानक भगवान के अस्तित्व को लेकर बात होने लगी ।




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Thursday, February 13, 2020

कहानी - दोस्त का जवाब - दो दोस्तों की कहानी

               एक ऐसा दोस्त जो जिंदगी को जीना सीखा गया 



दो दोस्तों की कहानी
दो दोस्त 






कहानी - दोस्तों स्वागत है आज आपका हमारे ब्लॉग पर । आज की कहानी है दो दोस्तों की जो जिंदगी जीने गन सीखा रहे हैं । दोस्तों यह कहानी इस लिए भी जरूरी है क्यूंकि आज कल हम अपने दोस्त भी सिर्फ कोई न कोई मकसद रख कर बनाते है । ये कहानी हमें सिखाती है अगर आपका को अच्छा दोस्त हो तो अगर वह कोई बात कह बी दे तो बहुत प्रेम से इस बात को सुनलो क्यूंकि जो आपका बहुत अच्छा दोस्त होगा वही आपका को कहेगा । कहानी हमें मोटीवेट करती है, कहानी हमें एक दीशा देती है और कहानी हमें हमारे रिश्ते बेहतर करने की नशीहत देती है । तो आया दोस्तों शुरु करते है हम हमारा आज का ब्लॉग ।

                                                      दोस्त का जवाब


कहानी -

दो दोस्तों की कहानी in Hindi
दो दोस्तों की कहानी 


 बहुत समय पहले की बात है। दो दोस्त भीड़भाड़ के इलाके से होकर शहर की ओर जा रहे थे। गर्मी बहुत अधिक होने के कारण वह बीच-बीच में रुकते और आराम करते जा रहे थे। उन्होंने अपने साथ खाने-पीने की भी कुछ चीजें रखी हुई थी। जब दुपहर में उन्हें भूख लगी तो दोनों ने एक जगह बैठकर खाने का विचार किया।


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Wednesday, February 12, 2020

पेपर में ना कामयाब हुआ जब एक बच्चा - Motivational Story in Hindi


         पेपर में फ़ैल होने के बाद जब दोस्तों ने जब उडाया मज़ाक 



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                            संकल्प की ताकत



पेपर में ना कामयाब हुआ जब एक बच्चा - Motivational Story in Hindi  -हेलो दोस्तों स्वागत है आपका अपने ब्लॉग पर ।  आज के बच्चे जितने परीक्षा से बहुत डरते और उनके उसी डरो को मिटाने के लिए ये कहानी पेपर में ना कामयाब हुआ जब एक बच्चा - Motivational Story in Hindi । दोस्तों परीक्षा (पेपर) सिर्फ एक पड़ाव है जिंदगी का जिंदगी नहीं है इसी बात को समजती है ये हमारी आज की कहानी पेपर में ना कामयाब हुआ जब एक बच्चा - Motivational Story in Hindi ।  दोस्तों आशा करता हूँ के आप सबको हमारा ब्लॉग अच्छा लग रहा होगा हम आपको motivate करने के लिए नयीं नयीं कहानियां लाते है और उसी अंक को जोड़ती है ये पेपर में ना कामयाब हुआ जब एक बच्चा - Motivational Story in Hindi  की ये कहानी । तो दोस्तों आयी शुरू करते है आज की हमारी पेपर में ना कामयाब हुआ जब एक बच्चा - Motivational Story in Hindi  की कहानी


 

                                                   संकल्प की ताकत

पेपर में ना कामयाब हुआ जब एक बच्चा - Motivational Story in Hindi


 एक बार एक बच्चा परीक्षा में फेल हो गया। उसके साथियों ने इस उसके परीक्षा में फेल होने पर उसका खूब मजाक उड़ाया । जैसे के सब साथ के साथी करते ही है । पर इससे उस बात का उस बच्चे के ऊपर बहुत गहरा सदमा पहुंचा । उसके बाद से वह अत्यंत तनावग्रस्त रहने लगा । उसने पढ़ना लिखना और यहां तक कि ढंग से खाना पीना भी छोड़ दिया । वह फिर हर समय एक कोने में गुमसुम बैठा रहता और सोचता ही रहता ।

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बच्चे के माता पिता



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अर्जुन का निशाना इतना सटीक कैसे बना - Motivational Story in Hindi

          अर्जुन ने जी तोड़ मेहनत करने का निस्चय कैसे किया  


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अर्जुन का परिश्रम 

अर्जुन का निशाना इतना सटीक कैसे बना - Motivational Story in Hindi - हेलो दोस्तों स्वागत है आपका अपने ब्लॉग पर । अर्जुन को दुनिया का सबसे बेहतर धुनिष्दारी क्यों कहते है इसी राज को बताती है ये अर्जुन कहानी के अर्जुन का निशाना इतना सटीक कैसे बना - Motivational Story in Hindi । दोस्तों ये कहानी आपके मनोबल को बढ़ाएगी । ध्यान से इस कहानी को पढ़े । अर्जुन का निशाना इतना सटीक कैसे बना - Motivational Story in Hindi आपको सकरात्मक शक्ति देगी और जिंदगी में अपने लक्ष्य को कैसे पाए उसका जज्बा पैदा करेगी । अर्जुन का निशाना इतना सटीक कैसे बना - Motivational Story in Hindi ये कहानी आपसे शेयर करने का मकसद हमारा इतना ही है के आप अपने लक्ष्य को पा सके । तू आया दोस्तों शुरू करते है आज की हमारी कहानी, अर्जुन का निशाना इतना सटीक कैसे बना - Motivational Story in Hindi



   

                                                    अभ्यास का फल


अर्जुन का निशाना इतना सटीक कैसे बना - Motivational Story in Hindi


गुरु द्रोणाचार्य कौरवों और पांडवों को अस्त्र-शस्त्र की शिक्षा देते थे। उन राजकुमारों के साथ उनका बेटा अश्वत्थामा भी शिक्षा ले रहा था । गुरु द्रोणाचार्य चाहते थे कि उनका बेटा शस्त्र की विद्या में सभी राजकुमारों से आगे रहे लेकिन अर्जुन के सामने वह बहुत पीछे छूट रहा था।



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Tuesday, February 11, 2020

नैतिक शिक्षा देती ये दो - Sachi Kahani

        नैतिक मूल्यों, तो दूसरी वफादरी सिखाती है । ये दो कहानियां 



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                              बुढ़िया की सीख




          नैतिक शिक्षा देती ये  दो - Sachi  Kahani  - हेलो दोस्तों स्वागत है आपका अपने ब्लॉग पर।आज हम दो अलग - अलग कहानियाँ लेकर आये है। नैतिक शिक्षा देती ये दो - Sachi  Kahani  की पहली कहानी एक बुजुर्ग औरत की है जो राजे को उसके नैतिक मूल्य का पात पढ़ाती है। नैतिक शिक्षा देती ये दो - Sachi  Kahani  की हमारी दूसरी कहानी है के जिसमें एक सुलतान बताता है के वफदारी काया होती है और उसे अपने एक गुलाम सबसे ज्यादा प्यारा क्यों है। तो दोस्तों आज के इस ब्लॉग पर हमें नैतिक शिक्षा देती ये दो - Sachi  Kahani  के जरिये काफी कुछ सिखने को मिलेगा । तो आयी चलिए शुरू करते है आज की हमारी नैतिक शिक्षा देती ये दो - Sachi  Kahani  । 

    

                                                   बुढ़िया की सीख



नैतिक शिक्षा देती ये दो - Sachi  Kahani  1


 एक राजे ने एक बड़ा यज्ञ करने का निश्चय किया । उसने सोचा कि इस अवसर पर राज्य के सभी गाँवों से दूध इकट्ठा करके ब्रह्मभोज किया जाए । उसने आदेश दिया कि निर्धारित तिथि को सभी किसान अपने घरों से दूध लाकर महल के बाहर रखे बर्तन में डालें । राजे ने यह भी हुक्म दिया कि उस दिन जिसके घर जितना दूध हो वह सारे का सारा लाया जाए ।



राजे के हुक्म का पालन हुआ किसी ने एक बूंद भी दूध अपने घर नहीं रखा सारा दूध महल के बाहर रखे बर्तन में डाल दिया गया । जब राजा यह देखने बहार आया तो उसे यह जानकर हैरानी हुई कि राज्य का सारा दूध आने पर भी  बर्तन आधा भी नहीं भरा । उसने सिपाहियों को गांव-गांव जाकर हर घर से दूध लाने को कहा ।





नागार्जुन - नागार्जुन वैद्य की कहानी

                    क्या आज के Doctor कभी ऐसे बन पाएंगे 



 नागार्जुन वैद्य की कहानी in Hindi
Doctor





नागार्जुन - नागार्जुन वैद्य की कहानी - हेलो दोस्तों स्वागत है आपका अपने ब्लॉग पर। आज की कहानी हमें सेवा वो भी निष्काम सेवा का भाव बता रही है । पुरातन काल में वैद्य या डॉक्टर को भगवन का दर्जा दिया गया था और नागार्जुन - नागार्जुन वैद्य की कहानी हमें उस सुनहरे पल की याद करवाती है । आज के युग मई डॉक्टर बनने से लेकर हॉस्पिटल चलाने तक यह एक व्यवसाय बन गया है । हर तरफ लूट घसूट हो रही है । नागार्जुन - नागार्जुन वैद्य की कहानी बता रही है वैद्य या जिनको आप आज डॉक्टर कहते है के कैसे होने चाहिए । दोस्तों में आप सबसे से प्राथना करता हूँ के नागार्जुन - नागार्जुन वैद्य की कहानी आप अपने बच्चों और सबको सुनाएँ । तो चलो दोस्तों शुरू करते हैं नागार्जुन - नागार्जुन वैद्य की कहानी ।

                                                 चिकित्सक की पहचान



नागार्जुन - नागार्जुन वैद्य की कहानी 

 रसायन शास्त्री नागार्जुन एक राज वैद्य थे। एक दिन उन्होंने राजा से कहा मुझे एक सहायक की जरूरत है। राजे ने उनके पास दो कुशल युवाओं को भेजा और कहा कि उनमें से जो ज्यादा योग्य लगे उसे रख लें । नागार्जुन ने दोनों की कई तरह से परीक्षा ली पर दोनों की योग्यता एक जैसी थी ।




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Monday, February 10, 2020

जब एक शिष्य ने आखरी परीक्षा पास कर लई - Moral Stories in Hindi

               
           अपने गुरुदेव का ऐसे दिल जीता जब एक शिष्य ने 




गुरुदेव ki moral story in Hindi
आखिर शिष्य ने जब परीक्षा पास कर लई 


 जब एक शिष्य ने आखरी परीक्षा पास कर लई - Moral Stories in Hindi  - हेलो दोस्तों स्वागत है आपका अपने ब्लॉग पर । बचपन से ही हम गुरु शिष्य की कहानियाँ सुनते आ रहे है । उसी अंक को जोड़ती है हमरी आज की कहानी आखिर शिष्य ने  जब एक शिष्य ने आखरी परीक्षा पास कर लई - Moral Stories in Hindi । पुरातन समय में हम तकरीबन सब बच्चे गुरुकुल में पड़ने जाते थे, और  आखिर शिष्य ने  जब एक शिष्य ने आखरी परीक्षा पास कर लई - Moral Stories in Hindi हमारी उसी ही विरसत को दर्शाती है। पहले जो सकूं और प्रेम गुरुकुल में होता था आज की मॉडर्न युग में वह नहीं रहा। अध्यापको के प्रति सन्मान जो होता था उसको दर्शाती है आज की हमारी ये कहानी आखिर शिष्य ने  जब एक शिष्य ने आखरी परीक्षा पास कर लई - Moral Stories in Hindi । पुरातन समय में गुरु भी कितने प्रेम से भरे व कितने ईमानदारी से अपने कारत्व को निभाते थे ये दर्शाती है आज की ये कहानी आखिर शिष्य ने  जब एक शिष्य ने आखरी परीक्षा पास कर लई - Moral Stories in Hindi । तो चलिए दोस्तों शुरू करते है आज की हमारी ये आखिर शिष्य ने  जब एक शिष्य ने आखरी परीक्षा पास कर लई - Moral Stories in Hindi 

                                                    

                                                    क्रोध की आग


 जब एक शिष्य ने आखरी परीक्षा पास कर लई - Moral Stories in Hindi 

 एक संत के शिष्य की शिक्षा पूरी हो गई। जाने से पहले संत ने उसकी सभी तरह से परीक्षा ली किंतु एक महत्वपूर्ण परीक्षा बाकी रह गई। जब शिष्य ने जाने की आज्ञा मांगी तो संत ने उसे कुछ और दिन रुकने के लिए कहा। शिष्य रुक कर संत की सेवा करता रहा।




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Saturday, February 8, 2020

दो ऐसी कहानियाँ जो सोच को बदलती है - moral stories in Hindi

         जीवन में दोस्तों की संगती  का असर बताती है यह कहानी 




तोता और उसका दोस्त - moral story in Hindi
दो तोते दोस्त 

दो ऐसी कहानियाँ जो सोच को बदलती है - moral stories in Hindi - दो ऐसी कहानियाँ जो सोच को बदलती है - moral stories in Hindi - दोस्तों सवगत है आपका अपने ब्लॉग पर । आज की नैतिक सिक्षायों में कहीं न कहीं कमी आती जा रही है और उन्हीं मुद्दों पर हमारी आज की दो ऐसी कहानियाँ जो सोच को बदलती है - moral stories in Hindi । दोस्तों में आपको कहना चाहता हूँ के हमारा बचपन हमरी दिशा को तेह करता है के हम कहा जायेंगे और अगर बचपन में हमें अच्छे दोस्त मिल जाएँ तो बुढ़ापा भी खूबसूरत होता है । दो ऐसी कहानियाँ जो सोच को बदलती है - moral stories in Hindi मिया हम बचपन में दोस्त कैसे हों , हमारा सभव कैसे हो और बुढ़ापे में हमरे भीतर कितनी संवेदनशीलता ये बताती है आज की हमारी दोनों कहनियाँ। दोस्तों आज की दो ऐसी कहानियाँ जो सोच को बदलती है - moral stories in Hindi नाम इस कारन से रक्खा है क्युकी हमें और हमारे बच्चों ये दो नैतिकता के मूलियों से भरे कहानियाँ सुना सके । तो आइए दोस्तों सुरु करते है आज की हमारी दो ऐसी कहानियाँ जो सोच को बदलती है - moral stories in Hindi



                                                    संगति का प्रभाव

दो ऐसी कहानियाँ जो सोच को बदलती है - moral stories in Hindi 1.

दो तोते एक साथ बड़े हुए। बड़े होने पर भी दोनों एक साथ ही रहते थे। एक दिन तेज आंधी आई और वह बिछड़  गए। एक तोता चोरों की बस्ती में जा पहुंचा और दूसरा तोता एक ऋषि के आश्रम में जा पहुंचा। दोनों जहां जहां पहुंचे थे, वहीं पर ही रहने लगे।




 एक दिन एक राजा शिकार के लिए निकला वह चोरों की बस्ती के पास एक सरोवर के किनारे आराम करने लगा। इतने में किसी की कर्कश वाणी सुनकर उसकी नींद टूट गई। वह आवाज एक तोते की थी जो बोल रहा था अरे यहां कोई है। यह गले में मोतियों और हीरो की माला पहने हुए हैं। इसकी गर्दन दबा कर माला निकाल लो और लाश को झाड़ी में ही गाड़ दो। तोते को यह सब बोलते देख राजा डर गया ।



Friday, February 7, 2020

सेठ और गरीब की शिक्षाप्रद कहानी in Hindi

                         अंत में यमराज ने किया ऐसा फ़ैसला

शिक्षाप्रद कहानी in Hindi

                                       धर्म


सेठ और गरीब की शिक्षाप्रद कहानी in Hindi - स्वागत है दोस्तों आपका अपने ब्लॉग पर । हमने हमारे बचपन में बहुत सी कहानी सुनी होगी । उन्ही कहानियों में से आज हम आपके लिए लेकर आये है सेठ और गरीब की शिक्षाप्रद कहानी in Hindi  । हमारी मान्यतएं के आधार पर  हमें अक्सर कहनियाँ सुनाई जाती है सेठ और गरीब की शिक्षाप्रद कहानी in Hindi  भी एक वैसी ही कहानी है ।  ध्यान रखे दोस्तों हमारा ब्लॉग किसी भी धर्म की मानतयों को ठेस पहुंचना नहीं है अपुयति जो हमने अपने बचपन मई कहानियां सुनी है उनमे जो शिक्षा मिली है उससे अवगत कारवां है । सेठ और गरीब की शिक्षाप्रद कहानी in Hindi हर वर्ग और वर उस व्यक्ति के लिए है जो धन के आभाव से अपने आप को नकरात्मक परिस्तिथी में फसा लेते है । तो चलिए दोस्तों शुरू करते है आज की हमारी सेठ और गरीब की शिक्षाप्रद कहानी in Hindi ।


                                                     धर्म का अर्थ



किसी गांव में एक सेठ रहता था। प्रतिदिन मंदिर आता, देव प्रतिमा की अर्चना - उपासना करता, वहां घी का एक दीपक जलाता और घर आ जाता। यह क्रम पूरा होने के बाद ही उसकी दिनचर्या शुरू होती । वह शाम तक अपने काम कार में लगा रहता।



उसी गांव में एक निर्धन व्यक्ति भी था। ईश्वर धर्म और पूजा पाठ में उसकी पूरी आस्था थी लेकिन वह मंदिर में जाकर दीप जलाने के नियम का पालन नहीं कर पाता था। क्योंकि मंदिर में घी के अलावा कोई और दीप जलाने का चलन ही नहीं था।




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Thursday, February 6, 2020

माँ और आज्ञाकारी बेटे की Sachi Kahani


                    एक माँ का संकल्प जिसने बदल दी जिंदगी 

true story in Hindi

                  माँ



माँ और आज्ञाकारी बेटे की Sachi Kahani - माँ और आज्ञाकारी बेटे की Sachi Kahani - स्वागत है आपका हमारे आज के ब्लॉग पर । आज की कहानी हमें माँ व एअक बच्चे के बचपन में ही कैसे सकरत्मक ऊर्जा भरे उसकी कहने है । माँ और आज्ञाकारी बेटे की Sachi Kahani के जरिया आज के बच्चे और माताओं के लिए जीवन में अपने बचो को कैसे शिक्षा दे, ऐसे सिखने जो मिलेगा । एक माँ ही तो एक बच्चे को बचपन में ही सही दिशा दिखाती है इसी विषय पर आधारित है आज की हमारी कहानी माँ और आज्ञाकारी बेटे की Sachi Kahani । हमारा हमेशा से यह प्रयास रहता है के हम आप तक अच्छी कहनियाँ लेकर आये और उसी अंक को जोड़ती है आज माँ और आज्ञाकारी बेटे की Sachi Kahani । तो चलिए शुरू करते है ।



                                                 सच्ची कहानी तीन गहने



motivation story in Hindi
ईश्वरचंद्र विद्यासागर का गाँव 


ईश्वरचंद्र विद्यासागर का बचपन बंगाल के एक गांव में बिता। एक बारिश ईश्वरचंद्र के मन में सवाल उठा के  गांव में सभी महिलाएं अच्छे-अच्छे गहने पहनती है, लेकिन उनकी माँ कभी कोई गहना क्यों नहीं पहनती। एक दिन उन्होंने मां से बड़े प्यार से पूछा "मां तुम्हें कौन-कौन से गहने अच्छे लगते हैं ?" माँ हंसती हुई  बोली, "क्यों पूछ रहे हो बेटा ?"  ईश्वर चंद ने कहा ,ज'ब मैं बड़ा होऊंगा न  तो तुम्हारे लिए ढेर सारे गहने बनवाऊंगा।



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सोच बदलो जीत मिलेगी - Short Motivational story in Hindi

                   अपनी सोच समझ से मिली जब नौकरी                                                   
motivational story in Hindi
जूतों की फैक्ट्री 
 


सोच बदलो जीत मिलेगी - Short Motivational story in Hindi - दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर । आज बात करेंगे हम सोच बदलो जीत मिलेगी - Short Motivational story in Hindi की कहानी पर ।  अक्सर क्या होता है के हम एक नजिरया लेकर ही जिंदगी जीते है तभी हमें जीत नहीं मिल पाती पर यह कहानी आपको बतयेगी के अगर आप अपनी सोच बदलो जीत मिलेगी - Short Motivational story in Hindi । अक्सर हम अपने अकड़ को लेकर यानि के कई बार अपने शाय सभाव को लेकर किसी की मद्दद नहीं कर पाते । इस से हु अपनी होने वाली तरकी को रोक लेते है यान अपने आपको एक बेहतर इंसान नहीं बना पाते। इसी मुद्दों पर ही आज की हमारी ये कहानी है सोच बदलो जीत मिलेगी - Short Motivational story in हिंदी । तो चलिए दोस्तों देरी ना करते हुए हम सुरु करते है आज की हमारी कहानी सोच बदलो जीत मिलेगी - Short Motivational story in Hindi ।



                                                   सोच का फर्क


जूतों की एक प्रसिद्ध कंपनी ने विदेश में अपना कारोबार फैलाने की योजना बनाई। इसके लिए मालिक ने अपने कंपनी के एक सेल्समैन को पड़ोस के एक देश में जूते जूतों को इस्तेमाल का योजना लेने भेजा। सेल्समैन उस देश की जगह जगह घुमा और उसने वहां हर चीज के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की।



फिर वह है वापिस स्वदेश लौटकर आया और कंपनी के मालिक से बोला मैंने वहां जगह-जगह घूमकर हर चीज का बारीकी से मुआयना किया और अंत में इस नतीजे पर पहुंचा हूं



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संत कबीर ki eak sachi kahani

               संत कबीर जी ने जब एक व्यक्ति को समझया 


sachi kahani in Hindi
संत कबीर

संत कबीर ki eak sachi kahani - स्वागत है दोस्तों आपका हमारे ब्लॉग पर । आज हम बात करेंगे एक महान संत एक महान कवि संत कबीर जी की । कबीर जी के बाते ही हमें आज हमारी जिंदगी में रास्ते दिखती है । संत कबीर ki eak sachi kahani के माध्यम से आज हमारा प्रयास रहेगा के हम कुछ आज अच्छा सीख पाएं। संत कबीर ki eak sachi kahani हमरे समाज , युवा और हर वर्ग के लोगो के लिए है । संत कबीर जी किसी एअक धर्म के नहीं अपुति सभी धर्मो के है और सभी धर्म उनका सन्मान करते है । इसिलए संत कबीर ki eak sachi kahani से हमें जो सीखने को मिले व आप सभी से शेयर जरूर करें। तो आइए शुरू करते है हम संत कबीर ki eak sachi kahani ।

                                                      आपसी विश्वास


संत कबीर रोज सत्संग किया करते थे। दूर-दूर से लोग उनकी बात सुनने आते थे। एक दिन सत्संग खत्म होने पर एक आदमी बैठा ही रहा ।  कबीर ने इसका कारण पूछा तो वह बोला, 'मुझे आपसे कुछ पूछना है। मैं ग्रहस्थ हूं, घर में सभी लोगों से मेरा झगड़ा होता रहता है। मैं जानना चाहता हूं कि मेरे यहां गृह क्लेश क्यों होता है और वह कैसे दूर हो सकता है ?'

कबीर व उस व्यक्ति की वार्ता in Hindi
कबीर व व्यक्ति की वार्ता 




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राजा व उसके तीन पुत्र - Moral Story in Hindi

       राजे ने ऐसे ली अपने तीन बच्चो की समझदारी की परीक्षा                          

राजा व उसका सिंघासन in Hindi
राजा व उसका सिंघासन 


राजा व उसके तीन पुत्र - Moral Story in Hindi - हेलो दोस्तों स्वागत है आपका अपने ब्लॉग पर आज हम आपसे बहुत ही प्यारी कहानी शेयर करने जा रहे है जिसका नाम है राजा व उसके तीन पुत्र - Moral Story in Hindi । आज की कहानी में हम राजे के नजरिये से सीखेंगे के आपकी सूझ - बूझ ही आपको अपने जीवन की उचाई तक पहुंचती है । कोई जरूरी नहीं, के आपकी आयु क्या है और आप कैसे दीखते है पर यह बहुत जरूरी है के आपकी समझ कितनी परपकव है इस कहानी राजा व उसके तीन पुत्र - Moral Story in Hindi में हम यही सीख रहे है । परिवार हो या राज्य, या फिर देश चाहे आपका जीवन आप इन सब को तभी संभल पाएंगे अगर आपकी समझ बहुत पक्की है, राजा व उसके तीन पुत्र - Moral Story in Hindi यही सिखाती है। तो आयें दोस्तों शुरू करते है हम आज की हमारी राजा व उसके तीन पुत्र - Moral Story in Hindi की कहानी ।


                                                    राजा का चुनाव


 एक राजा था । वह बेहद न्याय प्रिय दयालु और विनम्र था । उसके तीन बेटे थे। जब राजा बूढ़ा हुआ तो उसने किसी एक बेटे को राजगद्दी सौंपने का निर्णय किया। उसके लिए उसने तीनों बेटों की परीक्षा लेनी चाही। उसने तीनों राजकुमारों को अपने पास बुलाया और कहा, 'मैं आप तीनों को एक छोटा सा काम सौंप रहा हूं । उम्मीद करता हूं कि आप सभी इस काम को अपने सर्वश्रेष्ठ तरीके से करने की कोशिश करेंगे ।'



एक होटल के वेटर की सच्ची कहानी

         एक होटल के वेटर ने कुछ ऐसा किया के बदल गयी जिंदगी                                                 

vinamrata ki  sachi kahani
वेटर और मालिक 

एक होटल के वेटर की सच्ची कहानी - आज दोस्तों हम आपसे कैसे हम विनम्रता से और अपने मेहमान का कैसे सवागत करते है। आज की कहानी आपको जीवन के एक बहुत बहुमूलय अंग से जोड़ती है। यही एक होटल के वेटर की सच्ची कहानी है जो आपको अपनी जिंदगी में कैसे चमत्कार होता है ये बताएगी, क्यूंकि जब आप जिंदगी की एक खूबसूरी देखना चाहते हो तो उसके लिए आपको स्वादनशील और विनम्र होना पड़ता है। एक होटल के वेटर की सच्ची कहानी के जरिये आज हमें एक ऐसा मन्त्र मिलेगा जिसके साथ हम अपने काम में भी तरकी करेंगे। तो आओ दोस्तों शुरू करते है हम आज की एक होटल के वेटर की सच्ची कहानी ।

                                                                योग्यता की पहचान


sacchi kahani in Hindi
London

 एक बार लंदन में मूसलाधार बारिश हो रही थी। ठंड इतनी ज्यादा थी कि लोग बाहर कम्प कंपा रहे थे। रात में एक होटल में कांपते हुए पति पत्नी पहुंचे और उन्होंने एक कमरा किराए पर मांगा ।  मैनेजर ने कहा, 'माफ कीजिए,  इस समय तो कोई कमरा खाली नहीं है।'  इस पर औरत बोली, ' हम कई होटलों के चक्कर काट चुके हैं। सब ने यही जवाब दिया कि कमरा खाली नहीं है ।  इस वक्त हम कहां जाएं ?





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उत्साह की कहानी - Motivational Story in Hindi for success

  यह कहानीआपको Positive सोचने के लिए मजबूर कर देगी                                                   

उत्साह का पाठ positively change

                              उत्साह का पाठ


 Motivational Story in Hindi for success - सवागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। आज जो मैं आपसे एक कहानी शेयर करने जा रहा हूँ । कहानी का नाम है उत्साह का पाठ। ये कहानी  Motivational Story in Hindi for success आपको एक नयी दिशा देगी । कभी भी किसी का अगर मनोबल गिर जाये तो हमें उसको सकरात्मक सोच देनी चाहिए और उसका मनोबल बढ़ाना चाहिए । आज की हमारी Motivational Story in Hindi for success यही काम कर रही है ।  जब भी आप कभी नकरात्मक दिशा में गुम होने लगें तो तभी किसी साकरत्मक बुजर्ग के सनिध्ये में जाकर के बैठ जाये तभी आपको उनके सनिध्ये से Motivational Story in Hindi for सक्सेस सुनने को मिलेगी । तो आओ दोस्तों शुरू करते है हम आज की हमारी Motivational Story in Hindi for success की कहानी । ाची लगें तो आप अपने सभी दोस्तों और परिवार के साथ साँझा करें ।


                                                      उत्साह का पाठ



 एक दार्शनिक किसी काम से बाहर जा रहे थे। वह एक टैक्सी में सवार हुए। टैक्सी में बैठने के बाद दार्शनिक ने टैक्सी वाले की उदास शक्ल देखकर पूछा, क्या भाई तुम बीमार हो ? यह सुनकर टैक्सी वाला बोला सर क्या आप डॉक्टर है ? दर्शक दार्शनिक ने जवाब दिया, 'नहीं दरअसल तुम्हारा चेहरा तुम्हें थका हुआ और बीमार बता रहा है।'




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मां की ममता की Sachi Kahani

ऐसी माँ की ममता जिसे देख सब हैरान रह गये                                       
माँ की ममता ki true story in Hindi
                                                                   माँ की ममता

मां की ममता की Sachi Kahani - नमस्कार दोस्तों सवागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। आज का हमरा विषय है मां की ममता की Sachi Kahani । इस कहानी से हमें माँ की ममता का अंदाजा होगा के दर्द में भी होकर एक माँ दूसरी माँ का कभी भी बुरा नहीं मांग सकती । आज की मां की ममता की Sachi Kahani द्वापर युग की है। यह कहानी हमें द्रौपदी की ममता के पहलु से जोड़ती है , वैसे तो द्रौपदी के बारे में आप सब जानते है वे एक व्रिंगणा और बहुत साहसी इस्री थी। द्रौपदी को पांचाली यानि पांच पांडवो की पत्नी के नाम से भी जाना जाता है । आज हम मां की ममता की Sachi Kahani के जरिये उनके क्रोध मई होते हुए भी एक उनके माँ के प्रेम से अवगत करवाने की कोशिस करेंगे । तो आये शुरू करते है हम आज की हमारी मां की ममता की Sachi Kahani।





द्रौपदी ki kahani in hindi
द्रौपदी




                                                     माँ की ममता



 महाभारत युद्ध के दौरान द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वत्थामा ने एक रात चोरी - छिपे द्रौपदी के पांचों पुत्रों को मार दिया । सुबह उनके शव देखकर पांडव खेमे में हलचल मच गई । हर और रुदन में चीख-पुकार के स्वर गूंजने लगे ।



द्रौपदी तो अपने पांचों पुत्रों के शवों को देखकर विक्षिप्त सी हो गई । वह रह-रहकर अचेत हो जाती फिर जरा सा होश में आते ही जोर जोर से विलाप करने लगती । उसके करुण क्रंदन से पूरे वातावरण में हाहाकार मच गया । पांडव यह देखकर हत्यारे की खोज में लग गए ।




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जो आप करते हो बच्चे वही सिखएंगे - Short Story in Hindi

संभल जाओ वक़्त रहते नहीं आपके बच्चे भी वही करेंगे जो आप कर रहे हो   गांव जो आप करते हो बच्चे वही सिखएंगे - Short Story in Hindi -...